उपायुक्त (डीसी) आयुष सिन्हा के मार्गदर्शन में टीबी मुक्त पंचायत के लिए आज तिगांव ब्लॉक की मीटिंग मोटूका लघु सचिवालय में की गई, जिसमें एसएमओ तिगांव डॉक्टर हरीश आर्य, एसएमओ कौराली डॉक्टर राजेश, ब्लॉक पंचायत डेवलपमेंट ऑफिसर तिगांव आरती राव, डॉ हितेश, डी आर टीबी एचआईवी कोऑर्डिनेटर सुभाष गहलोत, वीरेंद्र, धर्मवीर, साधना, सुमंत्रा, ममता, भूरा सरपंच, ग्राम सचिव तिगांव ब्लॉक और तिगांव ब्लॉक के सरपंच मौजूद रहे।
बैठक के दौरान डॉ. हरीश आर्य एवं डॉ. राजेश ने ग्राम सचिवों और सरपंचों को टीबी रोग के प्रति जागरूक किया। उन्होंने बताया कि टीबी एक हवा से फैलने वाली बीमारी है, जो संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने या बोलने से निकलने वाले सूक्ष्म कणों के माध्यम से फैलती है। टीबी के प्रमुख लक्षणों में दो सप्ताह से अधिक खांसी, लंबे समय तक बुखार रहना, लगातार वजन घटना, रात में पसीना आना, बलगम में खून आना, सीने में दर्द एवं गर्दन में गांठ शामिल हैं। साथ ही टीबी मुक्त पंचायत के मापदंड के बारे में संक्षेप में बताया कि 1000 पॉपुलेशन के पीछे अगर एक मरीज है तो उसको टीबी मुक्त पंचायत समझा जाता है। 1000 पॉपुलेशन के पीछे 30 टेस्ट स्क्रीनिंग करवाना जरूरी है। सभी मरीजों को निश्चय पोषण योजना के तहत डी बी टी मिलनी जरूरी है। सभी मरीजों का यूडीएसटी (यूनिवर्सल ड्रग सबसेप्टिलिटी टेस्ट करवाना अनिवार्य है। सभी मरीजों का आउटकम 85%होना जरूरी है और सभी मरीजों को पोषण किट दिलवाना अनिवार्य है।



