मेहलचोरी (गैरसैंण)-19 नवंबर 2025
विकासखंड गैरसैंण के खंसर घाटी में बीते कई दिनों से गुलदार का आतंक बना हुआ है।जिससे एक तरफ स्कूली बच्चों को स्कूल भेजना मुश्किल हो रहा है,वहीं जंगल व खेतों में काम करने वाली महिलाएं भी डर के साये में अपनी दिनचर्या के काम बड़ी मुश्किल से निबटा पा रही हैं।ग्रामीणों को डर है कि छोडे गये आवारा पशुओं को लगातार अपना निवाला बना रहता गुलदार कभी भी इसांनों पर हमला कर सकता है।
पूर्व जिपंस अवतार सिंह पुंडीर ने कहा की मामले को लेकर वन विभाग को भी अवगत करवाया गया है।गुलदार की अति सक्रियता को देखते हुए पिंजरा लगाकर गुलदारों को बडे जंगलों में छोडा जाना चाहिए जिससे आम लोगों को भय से निजात मिल सके।
मामले को लेकर वन क्षेत्राधिकारी प्रदीप गौड़ ने कहा की गैरसैंण क्षेत्र की आवादी चारों ओर से वन आछादित होने के कारण गुलदार व अन्य जंगली जानवरों की आवादी क्षेत्र में चहल कदमी की सूचनाएं प्रायः मिलती हैं।कई बार हिंसक जानवरों की खबर मिलने पर विभाग यथा संभव राहत कार्य म़े जुट जाता है।खनसर क्षेत्र में और मेहलचौरी बाजार में भी रात को घरों के पास शिकार की तलाश में बाघ के घूमने की खबर मिली है।इसके लिए वन कर्मियों द्वारा गस्त भी की जा रही है।साथ ही आमजन को सचेत रहने की भी हिदायत दी जा रही है।



