शिक्षा में नवाचार और टेक्नोलॉजी का समावेश होना जरूरी : राज्यपाल

Date:

  • राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने अल-फ़लाह विश्वविद्यालय में किया नए अस्पताल भवन का उद्घाटन
  • शिक्षा और खेल के क्षेत्र में अव्वल रहे विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित

फरीदाबाद, 30 जनवरी। हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि शिक्षा में नवाचार और टेक्नोलॉजी का समावेश होना जरूरी है। शिक्षण संस्थान भी चरित्र निर्माण पर फ़ोकस करते हुए विद्यार्थियों में नैतिक मूल्य विकसित करें। राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने गुरुवार को फरीदाबाद के अल-फ़लाह विश्वविद्यालय में नए अस्पताल भवन का उद्घाटन करने के साथ-साथ शिक्षा और खेल के क्षेत्र में अव्वल रहे विद्यार्थियों को ट्रॉफी और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने संबोधित करते हुए कहा कि इस विश्वविद्यालय में लडक़ों से ज्यादा संख्या लड़कियों की है और आज जो सम्मानित हुए विद्यार्थी हैं उनमें भी लड़कियों की संख्या ज़्यादा है। लड़कियों को आगे बढ़ता देख अच्छा लगता है। आज हर क्षेत्र में लड़कियां अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। उन्होंने पढ़ाई के साथ साथ खेलों में भी भाग लेने के लिए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया।

राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि शिक्षण के क्षेत्र में कोई भी उपाधि प्राप्त करने उपरांत विद्यार्थी रोजगार प्राप्ति का सोचते हैं लेकिन युवाओं को चाहिए कि वे नौकरी लेने वाले नहीं बल्कि नौकरी देने वाले बनने की दिशा में आगे बढ़ें। उन्होंने कहा कि युवा इनोवेशन, रिसर्च और तकनीक को अपना कर स्टार्ट अप शुरू करें। उन्होंने विद्यार्थियों को भी आह्वान किया कि वे शिक्षा पूरी करके कहीं भी जाकर नौकरी करें, पैसा कमायें लेकिन अपने देश, प्रदेश और अपने गांव को ना भूलें। उन्होंने कहा कि निरंतर तकनीक व रिसर्च के क्षेत्र में हम आगे बढ़ रहे हैं। ऐसे में विद्यार्थियों को भी नई नई तकनीक रोबोटिक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटर्नेट ओफ़ थिंग्स आदि को अपनाते हुए आगे बढऩा चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार इन तकनीक का इस्तेमाल करते हुए निरंतर आगे बढ़ रही है। राज्यपाल ने कहा कि नई शिक्षा नीति-2020 रोजगारोन्मुखी होने के साथ-साथ नैतिक मूल्यों पर ज़ोर देती है। केंद्र सरकार द्वारा नई शिक्षा नीति को 2030 तक पूरे देश में लागू करने का लक्ष्य रखा गया है जबकि हरियाणा सरकार इस नई शिक्षा नीति को 2025 तक लागू करने जा रही है।

उन्होंने विद्यार्थियों को दूसरों की मदद करने को प्रेरित करते हुए उनका मार्गदर्शन किया। उन्होंने विद्यार्थियों को जीवन में नैतिक मूल्यों के साथ आगे बढऩे के लिए कहा। उन्होंने कहा कि जीवन में वे जिस भी क्षेत्र का चुनाव करें उसमें एक्सपर्ट बने। विद्यालयों और विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों को केवल बेसिक नॉलेज और शिक्षा मिलती है लेकिन उन्हें जीवन में अभी भी बहुत सी चुनौतियों का सामना करना है इसलिए वे जीवन में सीखने और सीखाने की कोशिश करें। इसके साथ ही उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति से मानवीयता व सहजता के साथ पेश आने के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय में शिक्षा के साथ-साथ खेलों में भी विद्यार्थियों को आगे बढ़ाया जा रहा है इसके अलावा मेडिकल कॉलेज के द्वारा आसपास के क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य का लाभ देकर सराहनीय कार्य किया जा रहा है। उन्होंने इसके लिए विश्वविद्यालय के समस्त स्टाफ सदस्यों और विद्यार्थियों को बधाई दी।

इस अवसर पर चांसलर जव्वाद अहमद सिदद्की, वाइस चांसलर भूपेंद्र कौर, रजिस्ट्रार मोहमद परवेज सहित गणमान्य जन मौजूद रहे।

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